गुरसरांय। शिक्षा माफिया स्कूली छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है,शिक्षा विभाग के आला अधिकारी उनके संरक्षक दाता बने हुए हैं उत्तर प्रदेश सरकार से ऊंची पगार लेने वाले बेसिक शिक्षा परिषद से लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारीयों की कार्यशैली प्रकाश में आ रही हैं। इस प्रकार के मामले गुरसरांय नगर में सामने आए है। नगर पालिका परिषद गुरसरांय से सोमवार के हाट की ओर जाने वाले रास्ते में बने दो विवाह घरों मे मानक विहीन भवन विद्यालय में गैैर मान्यता से लेकर शिक्षकों की योग्यता को दरकिनार कर दिहाड़ी से भी कम शिक्षकों को वेतन देकर यह शिक्षा माफिया सोमवार हाट बाजार के दो विवाह घरों में अलग-अलग यह शिक्षण संस्थान संचालित कर रहे हैं। जिसमे 1 से कक्षा 10 तक की कक्षा संचालित हो रही हैं और जिन भवनों में छात्र यहाँ शिक्षा ग्रहण करते हैं वहाँ विद्युत लाइन के तार जहाँ बिल्डिंग से टच करते है। वहीं दूसरी ओर विवाह घर होने के चलते डीजे से लेकर बारूद भी शादी आदि उत्सव कार्यक्रम में चलते नजर आते हैं। जिससे बच्चों की जिंदगी के साथ खुला खिलवाड़ किया जा रहा है। और बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक झांसी को सारी जानकारी होने के बावजूद इनकी अधिकृत मान्यता न होने भवन व शिक्षक न होने से छात्रों के भविष्य के साथ जबरदस्त खिलवाड़ किया जा रहा है और अभिभावकों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। यहां तक की प्रतिबंधित मारुति गैस वाहन से छात्रों को भूसे की तरह भरकर आए दिन ढोते देखा जा सकता है। और विद्यालय में अग्निशामक यंत्र से लेकर अग्नि निरोधक प्रमाण पत्र आदि आदि कांलम भी पूरा नही हो रहा है। इसी प्रकार गुरसरांय के कई प्राइवेट स्कूलों और कोचिंग सेंटरों मे भारी अनियमितताएं की जा रही हैं।केजी से लेकर हाईस्कूल तक के छात्रों को शिक्षा माफिया किताब से लेकर जूते और ड्रेस तक अपने तयसुदा दुकानदारों से खरीदने को विवश कर रहे हैं।जिससे उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ अभिभावकों और छात्रों के साथ खुला खिलवाड़ होना स्पष्ट संदेश दे रहा है कि यहां पर माफिया का वजन कानून और सरकार के ऊपर है। जिसके चलते शिक्षा विभाग के आला अधिकारी मोटी पगार तो सरकार से ले रहे हैं और काम पूरा सरकार के विरोध में कर रहे है।शिक्षा माफिया छात्रों और अभिभावकों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। क्षेत्र के जागरूक लोगों ने शासन से इस संबंध में जल्द कार्रवाई की मांग की है।