हटा-नगर के गौरीशंकर बार्ड हरदौल चौक में चल रही
पंचम दिवस के दिन
श्रीमदभागवत कथा में कथा वाचक बाल व्यास पं.श्यामसुंदर शास्त्री ने कहा कि भगवान कृष्ण ने अनेकों लीलाएं की अनेको असुरो का संहार करते हुए माखन चोरी करना गायों को स्वंय चराने जाना,
यमुना का जल शुद्व करना आदि पवित्र लीलाएं कर गोवर्धन पर्वत पर पूजन कर जन मानस को संदेश दिया
की हम अपने आस पास का वातावरण शुद्व रखें जल का सम्मान करें जंगल के वृक्ष न काटे ताकि पर्यावरण शुद्ध रहें!
उसी प्रकार रास लीला करते हुए पुनःअरिष्टासुर दैत्य का वध करते हुए कंस की नगरी मथुरा पुरी जाकर अनेक भक्तो का उद्वार किया
कंस ने पृथ्वी पर अत्याचार किया था
युद्व कर कंस का संहार किया एंव अपने माता पिता को कारावास से मुक्त कराके पुनः मथुरा पुरी का राजा बनाया।.
प्रभु का कार्य है कि जब तक पृथ्वी पर धर्म स्थापित न हो जाए जब तक वह अनेक प्रकार की लीलाएं करते रहते है.
आगे प्रभु ने जरासंघ नाम के राक्षस के उत्पात के कारण द्वारका पुरी का निर्माण कर द्वारका धीस बन गये।